
गुजरात के अहमदाबाद में एक बड़ा विमान हादसा हो गया है। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर रनवे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद तकनीकी दिक्कत के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था। विमान में कुल 242 लोग सवार थे। हादसे के बाद विमान रिहायशी इलाके में गिर पड़ा, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
11 साल पुराना था हादसे का शिकार हुआ विमान
हादसे का शिकार हुआ विमान करीब 11 साल पुराना था। इसे दिसंबर 2013 में खरीदा गया था। बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर विमान दुनियाभर में एयरलाइंस के बीच लोकप्रिय हैं और इनका इस्तेमाल लंबी दूरी की उड़ानों के लिए किया जाता है।
क्या है बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर?
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक वाइड-बॉडी ट्विन इंजन वाला विमान है, जो खासतौर पर लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बनाया गया है। इसमें दो क्लास की व्यवस्था होती है — बिजनेस क्लास और इकोनॉमी क्लास। बिजनेस क्लास में 18 सीटें और इकोनॉमी में 238 सीटें होती हैं। हालांकि, एयरलाइंस जरूरत के हिसाब से सीटों की संख्या में थोड़ा बदलाव कर सकती हैं।
कम ईंधन खपत और लंबी दूरी की उड़ानों के लिए मशहूर
787-8 ड्रीमलाइनर अपने कम ईंधन खपत करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह लंबी दूरी तक बिना किसी रुकावट के उड़ान भर सके। इसकी संरचना में 50% तक मिश्रित सामग्रियों का उपयोग किया गया है, जिससे इसका वजन हल्का रहता है और ईंधन की खपत भी कम होती है।
कई बड़ी एयरलाइंस करती हैं इसका इस्तेमाल
एयर इंडिया के अलावा दुनियाभर की कई प्रमुख एयरलाइंस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का इस्तेमाल करती हैं। इनमें ऑल निप्पॉन एयरवेज (ANA), यूनाइटेड एयरलाइंस, अमेरिकन एयरलाइंस, जापान एयरलाइंस, कतर एयरवेज, एतिहाद एयरवेज, ब्रिटिश एयरवेज, एयर कनाडा और हैनान एयरलाइंस शामिल हैं। यह विमान उत्तर अमेरिका, यूरोप, एशिया, अफ्रीका और ओशिनिया के रूट्स पर उड़ान भरता है।
साइज और उड़ान क्षमता
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर मध्यम आकार का चौड़े शरीर वाला विमान है। इसमें आमतौर पर 200 से 300 यात्री सफर कर सकते हैं। इसकी अधिकतम उड़ान दूरी लगभग 8,500 समुद्री मील (लगभग 15,700 किलोमीटर) तक है।
जांच में जुटे अधिकारी, यात्रियों की हालत पर नजर
विमान हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। घायलों का इलाज नजदीकी अस्पतालों में जारी है। एयर इंडिया और नागरिक उड्डयन विभाग इस पूरे मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।