
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां गणपेरी गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी और फिर उसके शव को जलाकर आंगन में गाड़ दिया। हैरानी की बात यह है कि आरोपी पति ने शोघी पुलिस थाने में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
पड़ोसियों की सूचना से खुला राज
मृतक महिला गुलशन के परिवार वाले बुधवार को उससे संपर्क न होने पर गांव पहुंचे। वहां पड़ोसियों ने उन्हें तोता राम के आंगन में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी दी। जब गुलशन के भाई अक्षय ने आंगन में देखा, तो वहां एक गड्ढा खुदा हुआ था, जिसमें अधजला शव मिला।
शव को जलाने में पेंट और लकड़ी का किया इस्तेमाल
परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और घटनास्थल से साक्ष्य फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि शव की पहचान छिपाने के लिए पेंट और लकड़ी जलाकर उसे जलाने की कोशिश की गई थी।
दहेज को लेकर करता था प्रताड़ित
गुलशन और तोता राम की शादी 2020 में हुई थी और उनका एक तीन साल का बेटा भी है। गुलशन के परिवार का आरोप है कि तोता राम उसे दहेज के लिए अक्सर प्रताड़ित करता था।
हत्या और सबूत मिटाने का मामला दर्ज
पुलिस ने तोता राम को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या) और 238 (सबूत मिटाना या झूठी जानकारी देना) के तहत केस दर्ज किया गया है। उसे अदालत में पेश किया जाएगा।