
गुवाहाटी। असम में बाल विवाह के खिलाफ राज्यव्यापी कार्रवाई के दूसरे चरण में मंगलवार को 800 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इसकी जानकारी दी। इस साल की शुरुआत में अभियान के पहले चरण में राज्य भर से हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
लोगों की संख्या और बढ़ने की संभावना
असम सीएम शर्मा ने ट्वीट कर लिखा, बाल विवाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई के तहत असम पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर 800 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह अभियान तड़के शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अभियान अभी जारी है, यानी इस सामाजिक बुराई से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए जाने वाले लोगों की संख्या और बढ़ने की संभावना है।
Assam CM Himanta Biswa Sarma tweets, "In a massive crackdown against child marriage, Assam Police has arrested over 800 accused persons in a special operation which began in the early hours of dawn. The number of arrests is likely to rise."
(File photo) pic.twitter.com/c1RgPNZ2QS
— ANI (@ANI) October 3, 2023
3,907 लोगों को गिरफ्तार किया गया
सीएम शर्मा ने 11 सितंबर को असम विधानसभा में बताया था कि पिछले 5 साल में बाल विवाह से संबंधित मामलों में कुल 3,907 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 3,319 लोगों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, 2012 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
कैबिनेट की बैठक में लिया था फैसला
बता दें कि असम में इस साल जनवरी में हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बाल विवाह के आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई का फैसला लिया गया था। कैबिनेट ने असम में शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह रोकने के लिए सभी 2197 ग्राम पंचायत सचिवों को बाल विवाह रोकथाम अधिकारी के तौर पर नामित किया था। इन अफसरों को जिम्मेदारी दी गई थी कि जहां भी दुल्हन की उम्र 14 साल से कम है या 14 से 18 साल के बीच है, उन मामलों में पॉक्सो और बाल विवाह निषेध कानून 2006 के तहत एफआईआर कराई जाए।