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कांग्रेस का 84वां अधिवेशन : राहुल गांधी ने वक्फ बिल को बताया संविधान विरोधी, बोले – RSS क्रिश्चियंस पर कर सकती है आक्रमण

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां राष्ट्रीय अधिवेशन जारी है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले किए। यह दो दिन (8 और 9 अप्रैल) का है, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी प्रमुख रूप से उपस्थित हैं। इस दौरान पार्टी ने अपनी आगामी रणनीतियों को साझा करते हुए सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को उठाया।  अधिवेशन में राहुल गांधी बोले- कुछ दिन पहले बीजेपी ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पास किया। यह फ्रीडम ऑफ रिलीजन, संविधान पर आक्रमण है।

राहुल गांधी का बीजेपी पर हमला

अधिवेशन के पहले दिन राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हाल ही में बीजेपी द्वारा लोकसभा में पास किया गया वक्फ संशोधन बिल “फ्रीडम ऑफ रिलीजन” और भारतीय संविधान पर सीधा आक्रमण है। राहुल गांधी ने आरएसएस के मुखपत्र ‘ऑर्गनाइजर’ में छपे उस बयान का हवाला दिया जिसमें क्रिश्चियंस पर आक्रमण की बात कही गई थी, और इसे ‘एंटी-रिलीजन’ बिल करार दिया। इसके अलावा उन्होंने बांग्लादेश के भारत के खिलाफ दिए गए बयानों पर भी सवाल उठाए और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के नेताओं से मिलने के बाद एक शब्द भी नहीं बोला। राहुल गांधी ने सवाल किया कि कहां गई 56 इंच की छाती?

खड़गे ने EVM पर उठाए सवाल

अधिवेशन के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे विपक्ष को नुकसान और खुद को फायदा होता है। उन्होंने सुझाव दिया कि चुनावों को बैलेट पेपर से आयोजित किया जाना चाहिए, न कि ईवीएम से। खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में भी सरकार ने धोखे से जीत हासिल की और 150 सीटों पर लड़कर 138 सीटों पर विजय प्राप्त की। यह कभी नहीं हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही सब कुछ उजागर होगा क्योंकि “चोर चोरी करते हैं और एक दिन पकड़े जाते हैं।”

मोदी सरकार पर खड़गे का तंज

इस अधिवेशन के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की संपत्तियों को निजीकरण की आड़ में बेच रहे हैं और उसे अपने उद्योगपति दोस्तों को दे रहे हैं। खड़गे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र को नष्ट करने का काम किया है, जबकि जो कुछ नेहरू जी ने निर्मित किया था, मोदी उसे खत्म करने पर तुले हुए हैं।

विधानसभा चुनाव के लिए ठोस रोडमैप

दरअसल अधिवेशन की थीम ‘न्यायपथ: संकल्प, समर्पण, और संघर्ष’ रखी गई है और पार्टी का लक्ष्य गुजरात में संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करना है। इस अधिवेशन में 1700 से अधिक कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि शामिल हैं।

प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति पर सवाल

इस अधिवेशन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठे। हालांकि, पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और पार्टी के भविष्य को लेकर अपने विचार रखे।

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