
पुष्पेन्द्र सिंह, भोपाल। सागर जिले के अनंतपुरा निवासी उमेश यादव के अनुसार उनके गांव को दमोह सांसद प्रहलाद पटेल ने आदर्श ग्राम बनाने के लिए गोद लिया है। इस गांव में विकास की बहुत गुंजाइश है, लेकिन गति नहीं आ रही है। अनंतपुरा के अलावा कई गांव विकास की बाट जोह रहे हैं। हालात ये हैं कि प्रदेश के अधिकांश सांसदों द्वारा गोद लिए गए गांव सात साल बाद भी आदर्श नहीं बने हैं। हालांकि इंदौर के सांसद शंकर लालवानी द्वारा गोद लिया गया ग्राम तिल्लोदखुर्द देशभर में आदर्श बना है। इस गांव का वीडियो सभी राज्यों में दिखाया जा रहा है। वर्ष 2024 में प्रदेश के लोकसभा और राज्यसभा के 40 सांसदों में महज 9 ने ही एक-एक गांव गोद लिए हैं।
योजना का उद्देश्य: प्रत्येक जिले में न्यूनतम एक आदर्श ग्राम का विकास करना है ताकि निकटवर्ती पंचायतों को उन उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित कर सकें।
प्रदेश में पांचवें चरण से घटने लगी सांसदों की रुचि
आठवें चरण में (पोर्टल में दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार) महज 9 सांसदों ने ही गांव गोद लिए हैं। राज्यसभा के 11 सांसदों में दो ही आगे आए हैं।उन गांवों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है जिन्हें पिछली पंचवर्षीय में सांसदों ने गोद लिए थे और वर्ष 2019 में फिर सांसद नहीं बन पाए। राज्य सभा सदस्यों में एल मुर्गन के गोद लिए गांव की कोई उपलब्धि सामने नहीं आई है। वे एक साल प्रदेश नहीं आए।
सड़कें बनीं, पानी की टंकी बनने से मिलने लगा जल
तिल्लौर खुर्द में चिकित्सा सुविधा के लिए अस्पताल खुले हैं। सड़कें बनी हैं। पानी की टंकी बनने से लोगों को नियमित रूप से पानी मिलने लगा है। छह हजार की आबादी वाले गांव का दो माह पहले दिल्ली की टीम ने भ्रमण किया। सांसद लालवानी के मुताबिक यहां हर घर नल है, सड़क, स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल है। स्वच्छता में भी गांव अव्वल है।
आठवें चरण में वर्ष 2023-24 में गोद लेने वाले सांसद
सांसद संसदीय क्षेत्र गांव जिला
छतर सिंह दरबार धार गंधवानी धार
फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला कतिया सिवनी
शंकर लालवानी इंदौर गुलावत इंदौर
गजेंद्र पटेल खरगोन अंबापानी बड़वानी
ज्ञानेश्वर पाटिल खंडवा बंमबाडा बुरहानपुर
महेंद्र सिंह सोलंकी देवास नरवाल आगरमालवा
प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल खोरी भोपाल
कविता पाटीदार राज्यसभा खुर्दी इंदौर
कैलाश सोनी राज्यसभा खैरीनाका नरसिंहपुर
सातवें चरण में राज्यसभा के एक भी सांसद ने गांव गोद नहीं लिया।
इन प्रमुख कारणों से गांव गोद लेने में पीछे हट रहे सांसद
- सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत आवंटित निधि का बहुत कम उपयोग कर रहे। कारण, पड़ोसी गांव के लोग नाराज हो रहे कि उनके यहां विकास क्यों नहीं?
- अनेक ग्राम पंचायतों में स्वीकृत कार्य धन की कमी से जूझ रहे हैं।
मेरे द्वारा गोद लिया गांव तिल्लोदखुर्द प्रदेश ही नहीं देशभर में आदर्श बना है। गांव की फिल्म बनी है जिसे हर राज्य में दिखाया जा रहा है। सरकार ने सुझाव मांगे हैं कि और क्या सुधार कर सकते हैं। गांव में मार्केट बनाने की बात कही है। -शंकर लालवानी, सांसद, इंदौर
जनभागीदारी और जागरुकता से कहां तक गांव का विकास हो सकता है? इसके लिए कोई फंड नहीं मिलता, सांसद निधि को काम का प्रस्ताव देने पर पड़ोसी गांव के लोग नाराज हो जाते हैं। -गणेश सिंह, सांसद, सतना